Thursday, March 4, 2010

पतझड़

पतझड़... कब आया... चल चुपचाप पद...
हम जो चले उसके आने पर...
तो कह कर खड़ खड़ खड़...
चुप बैठे ये ऐसा नहीं...
वसंत से लड़े नहीं पर
वसंत पर बैठे चढ़ चढ़..

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